
अध्यक्ष का संदेश
दिल्ली नगर कला आयोग के 40 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर पुन:निर्मित वेबसाईट को आपके समक्ष प्रस्तुत करने में मुझे अत्यन्त हर्ष हो रहा है। दिल्ली नगर कला आयोग (दि.न.क.आ.) की स्थापना संसद के अधिनियम 1974 के अधीन ‘‘ दिल्ली में शहरी तथा पर्यावरणीय डिज़ाइन की सौंदर्यपरक विशिष्टता की रक्षा, विकास एवं रखरखाव सम्बंधी विषयों में भारत सरकार को परामर्श देने तथा भवनों से सम्बंधित आकाश रेखा या परिवेश की सौंदर्यपरक विशिष्टता या उसमें निहित किसी जनरम्यता को प्रभावित करने वाले किसी विकास प्रस्ताव अथवा निर्माण कार्यों या इंजीनियरी कार्यों सम्बंधी परियोजना के विषय में किसी स्थानीय निकाय को परामर्श देने तथा मार्गदर्शन करने हेतु की गई है । आयोग, भारत सरकार के लिए नीति परामर्शी, नियोजन निकाय और विशेषज्ञ की त्रिआयामी भूमिका निभाता है ।
पिछले 40 वर्षों के दौरान दि.न.क.आ. ने अनेक अध्ययन किये, प्रदर्शनियां लगाईं और सम्मेलन आयोजित किये तथा राष्ट्रीय राजधानी के सौंदर्यपरक विकास सम्बंधी कई विषयों को उजागर किया । आयोग द्वारा दिल्ली के विकास सम्बंधी महत्वपूर्ण नीति विषयक मसलों पर भारत सरकार को सलाह देना जारी रखा है । हाल ही में किये गए पहल प्रयासों में से है, एक उच्च तकनीक शौचालय परियोजना जिसे श्रेष्ठ जन अभिकल्प के लिए डब्ल्यू बी अवार्ड मिला है । नगर में स्थानीय निकायों द्वारा इसे लागू किया जाना ‘ स्वच्छ भारत मिशन ’ के उद्देश्यों को सम्पूर्ण रूप से प्राप्त करने में अत्यधिक सहायक सिद्ध होगा ।
दि.न.क.आ. के अन्य मुख्य योगदानों में भवन उपनियमों का पुनर्विलोकन करना रहा इसमें विभिन्न हितबद्धपक्षों के साथ विचार कर, कई नवीन और अभिनव लक्ष्णों को समाहित किया गया है ।
व्यापार चलाने को सरल करने के उद्देश्य से दि.न.क.आ. सक्रियता से ऑनलाइन सिस्टम ऑफ रेगुलेटरी अपरूवल्स पर कार्य कर रहा है जिससे न केवल इस प्रक्रिया को सुचारू रूप से चलाने में बल्कि समय की बचत तथा निवेश में वृद्धि, रोज़गार सृजन करने और अर्थव्यवस्था के समुचित सुधार में भी मदद मिलेगी ।
शहर की सौंदर्यपरक गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए दि.न.क.आ. नगर के आर्ट ( कला ) मास्टर प्लान पर सक्रियता से कार्य कर रहा है ताकि पब्लिक आर्ट को नगर स्वरूप में विकसित किया जा सके ।
आइये हम सब मिलकर एक स्वच्छ , हरित तथा सुन्दर राष्ट्रीय राजधानी का निर्माण करें ।
प्रो. डा0 पी.एस.एन. राव
अध्यक्ष